सत्यं शिवं सुन्दरम्

इस ब्लॉग का ध्येय, सनातन धर्म एवं भारतीय संस्कृति का प्रसार करना तथा सन्तों के दुर्लभ प्रवचनों को जन-जन तक पहुंचाने का है | हम केवल धार्मिक और आध्यात्मिक विषयों पर प्रामाणिक जानकारियों को ही प्रकाशित करते हैं। आत्मकल्याण तथा दुर्लभ-सत्संग हेतु हमसे जुड़ें और अपने सभी परिवारजनों और मित्रों को इसके लाभ की बात बताकर सबको जोड़ने का प्रयास करें | भगवान् में लगना और दूसरों को लगाना ‘परम-सेवा’ है | अतः इसका लाभ उठाना चाहिए |

मंगलवार, 20 दिसंबर 2022

शिव और आसुरि को गोपीरूप से रासमण्डल में श्रीकृष्ण का दर्शन (पोस्ट 04)

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  ।। श्रीराधाकृष्णाभ्याम् नम: ।।   शिव और आसुरि को गोपीरूप से  रासमण्डल में श्रीकृष्ण का दर्शन (पोस्ट 04)   श्रीनारद जी कहते हैं- ...
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सोमवार, 19 दिसंबर 2022

शिव और आसुरि को गोपीरूप से रासमण्डल में श्रीकृष्ण का दर्शन (पोस्ट 03)

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  ।। श्रीराधाकृष्णाभ्याम् नम: ।।   शिव और आसुरि को गोपीरूप से  रासमण्डल में श्रीकृष्ण का दर्शन (पोस्ट 03)   श्रीनारदजी कहते हैं— राजन् !...

शिव और आसुरि को गोपीरूप से रासमण्डल में श्रीकृष्ण का दर्शन (पोस्ट 02)

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  ।। श्रीराधाकृष्णाभ्याम् नम: ।।   शिव और आसुरि को गोपीरूप से  रासमण्डल में श्रीकृष्ण का दर्शन (पोस्ट 02)   नारद जी कहते हैं -...
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रविवार, 18 दिसंबर 2022

शिव और आसुरि को गोपीरूप से रासमण्डल में श्रीकृष्ण का दर्शन (पोस्ट 01)

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  ।। श्रीराधाकृष्णाभ्याम् नम: ।।   शिव और आसुरि को गोपीरूप से  रासमण्डल में श्रीकृष्ण का दर्शन (पोस्ट 01)   नारदजी कहते हैं - ...
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रविवार, 9 अक्टूबर 2022

कामना और आवश्यकता (पोस्ट 08)

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  ।। श्रीहरिः ।।   कामना और आवश्यकता ( पोस्ट 08)   विचार के द्वारा यह अनुभव करें कि शरीर मेरा स्वरूप नहीं है । बचपन में हमारा शरीर ...
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शनिवार, 8 अक्टूबर 2022

कामना और आवश्यकता (पोस्ट 07)

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  ।। श्रीहरिः ।।   कामना और आवश्यकता ( पोस्ट 07)   हम नया-नया पकड़ते रहते हैं और भगवान् छुड़ाते रहते हैं ! यह भगवान्‌ की अत्यन्त कृपा...
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कामना और आवश्यकता (पोस्ट 06)

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  ।। श्रीहरिः ।।   कामना और आवश्यकता ( पोस्ट 06)   भोग और संग्रह का , शरीर का त्याग तो अपने-आप हो रहा है । जैसे बालकपना चला गया , ऐ...
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शुक्रवार, 7 अक्टूबर 2022

कामना और आवश्यकता (पोस्ट 05)

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  ।। श्रीहरिः ।।   कामना और आवश्यकता ( पोस्ट 05)   साधक अधिक-से-अधिक अपने मन को परमात्मा में लगाता है । मन तो प्रकृति का अंश होनेसे...
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