प्रश्न‒ मनुष्य स्वर्ग पाने की और देवता मर्त्यलोक में मनुष्यजन्म पानेकी अभिलाषा क्यों करते हैं ?
उत्तर‒मनुष्य सुख-भोग के लिये ही स्वर्गलोक की इच्छा करते हैं । मनुष्य-शरीर से सब अधिकार प्राप्त होते हैं । मोक्ष, स्वर्ग आदि भी मनुष्य-शरीर से ही प्राप्त होते हैं । देवता भोगयोनि हैं । वे नया कर्म नहीं कर सकते । अतः वे नया कर्म करके ऊँचा उठने के लिये मर्त्यलोक में मनुष्यजन्म चाहते हैं । जैसे राजस्थान के लोग धन कमाने के लिये दूसरे नगरों में तथा विदेश में जाते हैं, ऐसे ही देवता ऊँचा पद प्राप्त करने के लिये मृत्युलोक में आना चाहते हैं ।
प्रश्न‒मनुष्यजन्म देवताओं को भी दुर्लभ क्यों है ?
उत्तर‒मनुष्य शरीर में नये कर्म करने का, नयी उन्नति करने का अधिकार है । इसमें मुक्ति, ज्ञान, वैराग्य, भक्ति आदि सब कुछ प्राप्त किया जा सकता है । परंतु देवता भोगपरायण रहते हैं और केवल पुण्यकर्मों का फल भोगते हैं । उनको नये कर्म करने का अधिकार नहीं है । अतः मनुष्य शरीर देवताओं को भी दुर्लभ है ।
(शेष आगामी पोस्ट में )
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जवाब देंहटाएंहरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे
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